एक अर्से बाद ही सही, मुद्दत से बैठे थे हम दोनों
उस हसीं शाम की गुफ्तगु में ऐसे डूबे
के वक़्त का पता ही न चल पाया।
-Pushkin Channan
उस हसीं शाम की गुफ्तगु में ऐसे डूबे
के वक़्त का पता ही न चल पाया।
-Pushkin Channan
Driven by the means to communicate.....
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