"वो तसवीरें अक्सर बहुत कुछ बयान कर जाती हैं
जिन्हें हम अपने बैडरूम की दीवारों पर लगा दिया करते हैं।
वो तस्वीरें जिन्हें हम ज़माने से छुपाना चाहते हैं
वो अक्सर हमें उन ख़ास शख्सियतों की याद कराती हैं जो अब अपनी ज़िन्दगी में उलझ कर रहे गए हैं।
वो तस्वीरें जो हर बिताए हुए पल की एहमियत को समेट लेती हैं
जिन्हें हम दोबारा नहीं जी सकते, क्योंकि
वो गुज़रा वक़्त वापस नहीं आता।
और गुज़रे वक़्त के साथ गए हुए भी वापस नहीं आते।
कुछ ऐसी कही-अनकही बातों के दरिया में हमें छोड़ जाते हैं
जिन्हें याद कर के अक्सर ये आँखें नम्म हो जाती हैं।
गुज़रे वक़्त के साथ वो लोग भी गायब से हो जाते हैं
जो हमें यादों की मझदार में छोड़ कर चले कर जाया करते हैं।
वो तस्वीरें कभी नहीं बदलती चाहे ज़माना सारा बदल जाए
काश ये तस्वीरें बोल सकती......"
- Pushkin Channan
जिन्हें हम अपने बैडरूम की दीवारों पर लगा दिया करते हैं।
वो तस्वीरें जिन्हें हम ज़माने से छुपाना चाहते हैं
वो अक्सर हमें उन ख़ास शख्सियतों की याद कराती हैं जो अब अपनी ज़िन्दगी में उलझ कर रहे गए हैं।
वो तस्वीरें जो हर बिताए हुए पल की एहमियत को समेट लेती हैं
जिन्हें हम दोबारा नहीं जी सकते, क्योंकि
वो गुज़रा वक़्त वापस नहीं आता।
और गुज़रे वक़्त के साथ गए हुए भी वापस नहीं आते।
कुछ ऐसी कही-अनकही बातों के दरिया में हमें छोड़ जाते हैं
जिन्हें याद कर के अक्सर ये आँखें नम्म हो जाती हैं।
गुज़रे वक़्त के साथ वो लोग भी गायब से हो जाते हैं
जो हमें यादों की मझदार में छोड़ कर चले कर जाया करते हैं।
वो तस्वीरें कभी नहीं बदलती चाहे ज़माना सारा बदल जाए
काश ये तस्वीरें बोल सकती......"
- Pushkin Channan
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