ऐ दोस्त क्या हुआ है तुझे, क्यों परेशान है तू
अब ऐसी भी क्या राजा के हमें ना बता सके तू
यूँ तो बहुत दोस्ती के वायदे किये थे
पर पिछले कुछ दिनों में कहीं खो सा गया है तू
तबियत तेरी खराब है, और जान मेरी भी निकलती है
सच बयान करूं तो जी तरस गया है तेरी आवाज़ सुनने के लिए
तेरी कुछ खट्टी कुछ मीठी बातें सुनने के लिए
ऐ दोस्त, काश के उपर वाले ने हमें अपना सेक्रेटरी बना लिया होता
तो आज ऐसे दिन देखने की तुम्हें मैं नौबत ना आने देता
रो लेता हूँ मैं भी कभी कभी किसी कोने में बैठ के
याद जब तेरी आती काबू से बहार हो जाती है
यूँ तो मैं तुझे हर पल याद करता हूँ
पर कभी कभी मानो जैसे डर सा जाता हूँ
पता नहीं ये साथ कब तक गवारा रहेगा
वायदा कर के चला गया मैं तो तू मुझे भुला तो नहीं देगा
अब ऐसी भी क्या राजा के हमें ना बता सके तू
यूँ तो बहुत दोस्ती के वायदे किये थे
पर पिछले कुछ दिनों में कहीं खो सा गया है तू
तबियत तेरी खराब है, और जान मेरी भी निकलती है
सच बयान करूं तो जी तरस गया है तेरी आवाज़ सुनने के लिए
तेरी कुछ खट्टी कुछ मीठी बातें सुनने के लिए
ऐ दोस्त, काश के उपर वाले ने हमें अपना सेक्रेटरी बना लिया होता
तो आज ऐसे दिन देखने की तुम्हें मैं नौबत ना आने देता
रो लेता हूँ मैं भी कभी कभी किसी कोने में बैठ के
याद जब तेरी आती काबू से बहार हो जाती है
यूँ तो मैं तुझे हर पल याद करता हूँ
पर कभी कभी मानो जैसे डर सा जाता हूँ
पता नहीं ये साथ कब तक गवारा रहेगा
वायदा कर के चला गया मैं तो तू मुझे भुला तो नहीं देगा
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