1. आज फिर इस दिल ने कुछ चाह की,
फिर एक बार उन्हें याद करने की गुस्ताखी की।
लेकिन उसकी भी ये ज़िद अड़ी थी,
क्योंकि न मिलने की उन्होंने कसम खा ली थी।
फिर एक बार उन्हें याद करने की गुस्ताखी की।
लेकिन उसकी भी ये ज़िद अड़ी थी,
क्योंकि न मिलने की उन्होंने कसम खा ली थी।
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