ये ज़माना इतना ज़ालिम और खुदगर्ज़ हो गया,
चोट आई किसी को तो इसने हँस दिया।
ये भी न पूछा के हुआ क्या है,
तेरे आसूँ बहाने की वजह क्या है??
चोट आई किसी को तो इसने हँस दिया।
ये भी न पूछा के हुआ क्या है,
तेरे आसूँ बहाने की वजह क्या है??
Driven by the means to communicate.....
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