१. बूँद दो बही मेरी आँखों से, शर्माते हुए ये पूछ गईं के हमारे बेहेने की वजह क्या है??
२. सिलसिला ये कुछ ऐसा ही चलता रहा, कब ढली शाम पता भी ना चला ??
३. खुश हूँ आज मैं बहुत, वजह मालूम नहीं,
ऐसा लगता है के खैरात में बंट कर आई है मेरे पास, खुशी।:)
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