हमने माना के तग़ाफ़ुल न करोगे हमसे लेकिन,
ख़ाक हो जाएंगे हम तुमको खबर होने तक।
हैरान हूँ तुमको आज यहाँ देख कर मैं,
ऐसा भी क्या काम के हम याद आ गए!!!
मेहरबान होकर बुला लो मुझे चाहो जिस वक़्त,
मैं गया वक़्त नहीं हूँ के फिर आ भी न सकूँ!!
ख़ाक हो जाएंगे हम तुमको खबर होने तक।
हैरान हूँ तुमको आज यहाँ देख कर मैं,
ऐसा भी क्या काम के हम याद आ गए!!!
मेहरबान होकर बुला लो मुझे चाहो जिस वक़्त,
मैं गया वक़्त नहीं हूँ के फिर आ भी न सकूँ!!
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